
सीएम धामी ने दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिये किया ताबड़तोड़ प्रचार
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को दिल्ली नगर निगम का चुनाव लड़ रहे हैं भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में चुनाव प्रचार करते हुए जनसभाएं की।
सीएम धामी ने दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिये शुक्रवार को ताबड़तोड़ प्रचार किया, एक ही दिन में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने तीन रैलियां कर डालीं, तीनों रैलियों में सीएम धामी को सुनने के लिये बड़ी भीड़ उमड़ी. सीएम ने अपनी सभी रैलियों में दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार को निशाने पर रखा।
सर्वप्रथम मुख्यमंत्री ने (वार्ड नंबर 9 संत नगर) में भाजपा प्रत्याशी रेखा रावत के पक्ष में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह चुनाव सामान्य चुनाव नहीं बल्कि दिल्ली का भविष्य तय करने वाला चुनाव है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस चुनाव में एक ओर काम करने वाले लोग खड़े हैं जबकि दूसरी ओर भ्रम का जाल फैलाने और झूठ की बुनियाद पर सरकार चलाने वाले लोग खड़े हैं।
वहीं मुख्यमंत्री धामी ने (वार्ड नंबर 6 बुराड़ी) में भाजपा प्रत्याशी अनिल कुमार त्यागी के पक्ष में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जनसभा में जिस गर्मजोशी से लोग शामिल हो रहे हैं उसे हुए स्पष्ट है कि बुराड़ी की जनता अनिल त्यागी जी को भारी मतों से जिताने जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक तरफ काम करने वाले लोग हैं और दूसरी तरफ कारनामे करने वाले लोग हैं उन्होंने कहा कि आज दिल्ली मैं आम आदमी पार्टी के कई नेता जेल में बंद है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार केंद्र और राज्य में ईमानदारी के साथ काम कर रही है।
वही मुख्यमंत्री धामी ने तीसरी जनसभा दिल्ली नगर निगम के (वार्ड नंबर 247 सादतपुर) में भाजपा प्रत्याशी नेता बिष्ट के पक्ष में की। उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा भारतीय जनता पार्टी राष्ट्र प्रथम, संगठन द्वितीय और व्यक्ति अंतिम के सिद्धांत पर चलने वाली पार्टी है।
उन्होंने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति जब भारत आए तो पूरे देश में एक अच्छा वातावरण बन रहा था लेकिन दिल्ली में निम्न स्तर की राजनीति करने वाले लोगों ने यहां दंगे भड़काने का काम किया जिसमें उत्तराखंड के बेटे दिलबर नेगी की हत्या की गई।
सबसे शर्मनाक बात तब हुई जब इस पूरे घटनाक्रम में आम आदमी पार्टी के पार्षद का खुले तौर पर नाम आया। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को सबक सिखाने का सही समय आ गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली कि सरकार काम करने पर विश्वास नहीं है बल्कि सरकार द्वारा सिर्फ प्रलोभन और भ्रम फैलाने का काम किया जा रहा है।