उत्तराखण्ड में वेडिंग डेस्टिनेशन के लिए धार्मिक और प्राकृतिक स्थलों को प्राथमिकता
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में आज कैम्प कार्यालय सभागार में डेस्टिनेशन वेडिंग पर उत्तरी भारत के 75 से अधिक प्रमुख वेडिंग प्लानर्स के साथ वर्चुअल बैठक आयोजित हुई। मुख्यमंत्री ने वर्चुवल रूप से जुड़े देश के प्रमुख वेडिंग प्लानर्स का हार्दिक स्वागत व अभिनन्दन करते हुए कहा कि आप वेडिंग के क्षेत्र में पहले से जुड़े हुए हैं तथा आप लोगों ने काफी अच्छे-अच्छे सुझाव वेडिंग डेस्टिनेशन के सम्बन्ध में दिए हैं, जिन्हें जल्द ही अमल में लाया जाएगा। उत्तराखण्ड में कई ऐसे धार्मिक और प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण स्थल हैं, जिन्हें फिल्मों की शूटिंग के साथ-साथ प्री-वेंडिंग शूट के लिए भी प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि चारधाम के अलावा उत्तराखण्ड का नैसर्गिक सौंदर्य हमेशा से देश-दुनिया के लोगों को आकर्षित करता रहा है तथा अब वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में भी प्रदेश खास पहचान बनाएगा। सरकार इस दिशा में एक विस्तृत नीति बनाने पर कार्य कर रही है और जल्द ही उसके सुपरिणाम सामने आएंगे।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड ग्लोबल समिट के उद्घाटन सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से शादियों के लिए विदेश जाने के बजाय उत्तराखण्ड आने का आह्वान किया था, जिस पर हम लगातार कार्य कर रहे हैं। उन्होंने वेडिंग प्लानर्स से कहा कि हम भविष्य में आप सभी के सुझावों को लेकर पॉलिसी बनाने के साथ ही हमारा हर प्रकार का सहयोग आप सभी को प्राप्त होगा। बैठक में सचिव नियोजन आर. मीनाक्षी सुन्दरम ने कहा कि उत्तराखण्ड के कई स्थानों पर फिल्मों की शूटिंग भी होती है, जिसके लिए देवभूमि को फिल्म फ्रेंडली अवॉर्ड भी मिल चुका है तथा उत्तराखण्ड में वेडिंग के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। इस अवसर पर प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते, गिरिजा शंकर जोशी, गौरव, तरूण सहित संबंधित पदाधिकारी एवं अधिकारी गण उपस्थित थे।