
हिमाचल बोर्ड की परीक्षा परिणाम की तारीख में बदलाव, चंबा सेंटर की गलती से परिणाम में देरी
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के रिकॉर्ड समय में परीक्षा परिणाम निकालने की योजना पर चंबा के एक सेंटर की गलती भारी पड़ी है। बोर्ड प्रबंधन के 18 अप्रैल तक परीक्षा परिणाम घोषित करने की बनाई गई योजना अब मई माह के पहले सप्ताह तक खिसक गई है, जबकि बोर्ड प्रबंधन ने उत्तर पुस्तिकाओं पर यूनिक आईडी लगाने का काम भी शुरू कर दिया है। स्कूल शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाएं लाहौल-स्पीति और पांगी क्षेत्र को छोड़कर प्रदेश भर में चार मार्च से शुरू हुई थीं। परीक्षाएं अप्रैल के पहले सप्ताह तक चलेंगी। स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 18 अप्रैल तक 12वीं कक्षा का परिणाम निकालने की योजना बनाई थी, लेकिन जिला चंबा के एक सेंटर की गलती का खामियाजा अब विद्यार्थियों को भुगतना पड़ेगा। शिक्षा बोर्ड अब 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम मई के पहले सप्ताह तक ही निकाल पाएगा। मई में परीक्षा परिणाम को निकालने के लिए बोर्ड प्रबंधन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।
बोर्ड मुख्यालय में विभिन्न विषयों की उत्तर पुस्तिकाओं पर यूनिक आईडी (एफआर) लगाने का कार्य शुरू हो चुका है। यह कार्य सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में किया जा रहा है, ताकि किसी भी प्रकार की गोपनीयता भंग न हो सके। उल्लेखनीय है कि उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन से पहले उन पर एक यूनिक आईडी लगाई जाती है, ताकि उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के दौरान उनमें गोपनीयता बनी रहे और यह पता न चल सके कि मूल्यांकन होने वाली उत्तर पुस्तिका किस रोल नंबर की है। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की प्रदेशभर में 2,300 के करीब परीक्षा केंद्रों पर 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं।
बोर्ड प्रबंधन ने उत्तर पुस्तिकाओं पर एफआर लगाने का काम शुरू कर दिया है। पहले अप्रैल में परीक्षा परिणाम घोषित करने की तैयारी थी, लेकिन एक परीक्षा के रद्द होने और खराब मौसम के कारण परीक्षाओं का शेड्यूल बदलना पड़ा है। अब तैयारी की जा रही है कि 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम को मई के पहले सप्ताह में घोषित किया जा सके – डॉ. मेजर विशाल शर्मा, सचिव, स्कूल शिक्षा बोर्ड, धर्मशाला