आगामी 37वें राष्ट्रीय खेल में राज्य से प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों के दल का मुख्यमंत्री धामी ने फ्लैग ऑफ कर किया रवाना
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज मुख्य सेवक सदन मुख्यमंत्री आवास में आगामी 37वें राष्ट्रीय खेल में राज्य से प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों के दल को फ्लैग ऑफ कर रवाना किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य की ओर से प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को खेल किट वितरण कर शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी खिलाड़ी अपने मनोबल एवं लगन से राष्ट्रीय प्रतियोगिता में उत्तराखण्ड का नाम रोशन करेंगे। राष्ट्रीय खेलों में खिलाड़ी अपनी कुशल खेल प्रतिभा के बल पर देवभूमि का नाम अवश्य रोशन करेंगे। उन्होंने कहा इस वर्ष खेल विधाओं एवं खिलाड़ियों की संख्या में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि राज्य में प्रतिभा को बढ़ाए जाने के मकसद से खेल प्रतिभाशाली और उभरते हुए खिलाड़ियों के लिए खेल छात्रवृत्ति देने का कार्य जारी है। राज्य में खेल और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन हेतु ’’नई खेल नीति’’ लाई गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खिलाड़ियों को जमीनी स्तर से खेल क्षेत्र में रूचि लाने हेतु 14 से 23 वर्ष तक के खिलाड़ियों को ’’मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना’’ के अंतर्गत 2000 प्रति माह छात्रवृत्ति एवं 10 हजार रुपए प्रति वर्ष संबंधति खेलों हेतु किट खरीदने के लिए दिए जा रहे है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना में 08 से 14 वर्ष के उभरते खिलाड़ियों को 1500 रूपये प्रतिमाह की खेल छात्रवृत्ति दी जा रही है। साथ ही खिलाड़ियों को नियमानुसार त्वरित वित्तीय लाभ दिये जाने हेतु ‘मुख्यमंत्री खेल विकास निधि’ की स्थापना भी की गयी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने पिथौरागढ़ दौरे के दौरान प्रदेश के प्रत्येक खिलाड़ी का मान बढ़ाया है। राज्य सरकार ने खिलाड़ियों के प्रतियोगिता एवं प्रशिक्षण शिविरों में यात्रा के दौरान दुर्घटना होने पर आर्थिक सहायता की व्यवस्था की है।
खेल मंत्री रेखा आर्या ने सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि खिलाड़ियों के बीच आकर स्वयं को गौरवान्वित एवं ऊर्जावान महसूस कर रही हूं। उन्होंने कहा कि बदलते समय के साथ लोगों का खेल के प्रति नजरिया भी बदला है। उत्तराखंड खेल के क्षेत्र में भी आगे बढ़ रहा है। इस दौरान कार्यक्रम में उत्तराचंल ओलंपिक एसोसिएशन संघ के अध्यक्ष निर्मान मुखर्जी, महासचिव डॉ. डी.के सिंह, निदेशक खेल जितेंद्र कुमार सोनकर, डॉ. अलकनंदा अशोक एवं अन्य लोग मौजूद रहे।