राज्य गठन के बाद पहली बार प्रदेश में आयोजित होने जा रहा स्वास्थ्य चिंतन शिविर, पीएम मोदी कर सकते है उद्घाटन
देहरादून : उत्तराखंड राज्य गठन के बाद पहली बार प्रदेश में स्वास्थ्य चिंतन शिविर का आयोजन होने जा रहा है। जुलाई महीने में आयोजित होने वाले तीन दिवसीय चिंतन शिविर में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के साथ ही कई राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री शिरकत करेंगे। मुख्य रूप से इस चिंतन शिविर में स्वास्थ्य से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर गहन मंथन किया जाएगा।
तय कार्यक्रम के अनुसार देहरादून में 14, 15 और 16 जुलाई यानी तीन दिवसीय शिविर का आयोजन किया जाएगा। चिंतन शिविर के एजेंडे को लेकर राज्य सरकार, भारत सरकार से बातचीत कर एजेंडे को तय कर रही है। स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने बताया उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार पूरे देश के स्वास्थ्य मंत्रियों का चिंतन शिविर देहरादून में आयोजित किया जा रहा है. पिछले साल जब गुजरात में स्वास्थ्य चिंतन शिविर का आयोजन किया गया था उस दौरान उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से इसके लिए अनुरोध किया था कि उत्तराखंड की धरती पर देश के सभी स्वास्थ्य मंत्रियों को बुलाना है।
क्योंकि उत्तराखंड देश का पहला ऐसा राज्य है जिसने प्रदेश के सभी नागरिकों के लिए अटल आयुष्मान योजना की शुरुआत की है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा प्रदेश में अभी तक करीब साढ़े सात लाख लोगों का निशुल्क इलाज हो चुका है, जो 270 जांचें निशुल्क कराई जा रही हैं उसके तहत राज्य में करीब चालीस लाख जांचे निशुल्क हो चुकी हैं, ऐसे में जब देश के स्वास्थ्य मंत्रियों का देहरादून में चिंतन शिविर होगा, इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और उत्तराखंड के सीएम का वो स्वागत करेंगे।
2 अगले महीने देहरादून में आयोजित होने वाले स्वास्थ्य चिंतन शिविर के सवाल पर स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कहा देहरादून में 14 जुलाई से 16 जुलाई तक चिंतन शिविर का आयोजन किया जाएगा। जिसमें देश के लगभग सभी स्वास्थ्य मंत्री, राज्य के स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे अधिकारी प्रतिभाग करेंगे। इसके साथ ही राष्ट्रीय हेल्थ मिशन से संबंधित अधिकारी भी इस चिंतन शिविर में शामिल होंगे। फिलहाल तय कार्यक्रम के अनुसार 2 दिन का इंडोर कार्यक्रम रखा गया है। इसके बाद तीसरे दिन फील्ड विजिट का कार्यक्रम तय किया गया। तीर्थनगरी ऋषिकेश में गंगा आरती का कार्यक्रम भी रखा गया है।